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RSVS की वार्षिक रिपोर्ट 2018-19

राष्ट्रीय समग्र विकास संघ

सामान्य निकाय की वार्षिक बैठक 2018-19

संगठन के क्रियाकलापों की वार्षिक रिपोर्ट

सम्मानित सदस्यों,

गणमान्य अतिथियों और प्रतिष्ठित महानुभावों

सर्वप्रथम मैं आप सभी महानुभावों का "राष्ट्रीय समग्र विकास संघ" की सामान्य निकाय की छठवीं वार्षिक बैठक में हार्दिक अभिनंदन करता हूं। इसके साथ ही संगठन के क्रियाकलापों, गतिविधियों, महत्वपूर्ण उपलब्धियों और वार्षिक लेखा की समन्वित वार्षिक रिपोर्ट वर्ष 2018-19, आपके सामने प्रस्तुत करने की अनुमति चाहता हूं।

साथियों, जैसा कि आप सभी अवगत ही हैं कि इस RSVS की संरचना एवं गठन 19 जनवरी 2014 को एससी/ एसटी/ ओबीसी एवं धार्मिक अल्पसंख्यक समुदाय के सेवानिवृत्त एवं कार्यरत अधिकारियों/ कर्मचारियों, वकीलों, पत्रकारों, साहित्यकारों, डाक्टरों, इंजीनियरों और अन्य क्षेत्रों से सम्बंधित लब्धप्रतिष्ठित व्यक्तियों के अथक एवं सतत प्रयास से किया गया था। यह संगठन अपनी स्थापना की तिथि से निरंतर सामूहिक नेतृत्व, आंतरिक लोकतंत्र, 'एक व्यक्ति-एक मूल्य' के संवैधानिक लक्ष्य की प्राप्ति हेतु अनवरत गैर-राजनीतिक, गैर-धार्मिक और गैर-आंदोलनात्मक अवधारणा के साथ प्रगति कर रहा है।

महानुभावों, हमारे इस संगठन को साकार रूप देने का श्रेय भारतीय आर्थिक सेवा से सेवानिवृत अधिकारी श्री के सी पिप्पल एवं भारतीय पुलिस सेवा से सेवानिवृत अधिकारी श्री चमन लाल को है, जो क्रमश:  इस संगठन के संस्थापक राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं राष्ट्रीय संरक्षक हैं। RSVS के गठन के पश्चात श्री के सी पिप्पल, श्री सोहन लाल एवं कर्नल श्री आर एल राम (सेनि) RSVS के राष्ट्रीय अध्यक्ष तथा श्री दिनेश कुमार, श्री जी आर सांभरिया एवं एडवोकेट श्री के के एल  गौतम, 19 जनवरी 2014 से 30 सितम्बर 2018 तक की अवधि के दौरान राष्ट्रीय महासचिव रहे हैं।

1.                  RSVS का रजिस्ट्रेशन एवं राष्ट्रीय कार्यकारिणी का गठन

RSVS के रजिस्ट्रेशन का निर्णय ‘राष्ट्रीय समग्र विकास संघ’ की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में दिनांक 3 दिसंबर 2017 को लिया गया था और इस कार्य को समयबद्ध ठंग से संपन्न कराने हेतु श्री के के एल गौतम एडवोकेट, तत्कालीन राष्ट्रीय महासचिव के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया था। उक्त टीम ने भारत सरकार के निदेशक डॉ भगवान दास और भारत सरकार के उपसचिव श्री बी एस कर्दम के सहयोग से 20 अगस्त 2018 को RSVS का पंजीकरण कराने में सफलता अर्जित की। तदनुसार दिनांक 20-8-2018 से ‘राष्ट्रीय समग्र विकास संघ’ का रजिस्ट्रेशन नंबर SE/1459/Distt. South East/2018 है।

‘राष्ट्रीय समग्र विकास संघ’ (पंजीकृत) का प्रथम चुनाव दिनांक 30 सितम्बर 2018 को संपन्न हुआ और इसकी राष्ट्रीय कार्यकारिणी समिति (NEC) के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री हीरालाल, जनरल सेक्रेट्री श्री पुरुषोत्तम कुमार और कोषाध्यक्ष श्री राम दयाल निर्विरोध चुने गए। इसी कड़ी में अन्य पदाधिकारियों एवं कार्यकारिणी सदस्यों का भी निर्विरोध चुनाव संपन्न हुआ जो तब से निरंतर क्रियाशील हैं।

2.                  राष्ट्रीय समग्र विकास संघ के क्रियाकलापों एवं गतिविधियों की संक्षिप्त वार्षिक रिपोर्ट

जैसा कि मैं पहले ही कह चुका हूं कि वर्तमान राष्ट्रीय कार्यकारिणी का गठन 30-09-2018 को किया गया। RSVS के संविधान के अनुसार RSVS की सामान्य निकाय की वार्षिक बैठक (एजीएम) एक बार कैलेंडर वर्ष के अंत में दिसंबर या अगले कैलेण्डर वर्ष के जनवरी माह में किसी दिन किया जाना निर्धारित है। जिसमें सोसाइटी के वित्तीय वर्ष के क्रियाकलापों की रिपोर्ट के साथ ऑडिट किया हुआ आय एवं व्यय का लेखा-जोखा प्रस्तुत किया जाना भी प्रावधानिक है। तदनुसार जनरल सेक्रेट्री की वार्षिक रिपोर्ट, कार्यकारिणी के गठन की तिथि (30 सितम्बर 2018) से (31 दिसंबर 2019) तक की अवधि की प्रस्तुत की जा रही है।

(i) सदस्यता: ‘राष्ट्रीय समग्र विकास संघ’ की सदस्यता में सापेक्ष रूप से अनवरत वृद्धि हो रही है। वर्ष 2017 में आजीवन सदस्यों की संख्या 70 थी और वर्ष 2018 में 84 थी जो 2019 में बढ़कर 100 हो गई है और वार्षिक सदस्यों की संख्या 35 है। इसके आलावा 100 से अधिक सदस्य ऐसे हैं जिनका नवीनीकरण होना वाकी है। RSVS द्वारा आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल होने वाले नियमित प्रतिभागियों की संचित संख्या 500 के आसपास है।

(ii) बैठकें: RSVS द्वारा अपने संवैधानिक प्रावधानों के तहत राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठकें औपचारिक और अनौपचारिक रूप से यथावश्यकता आयोजित होती रही हैं। औपचारिक बैठकों की सूचना एवं कार्यवृत्त नियमित रूप से सदस्यों के सूचनार्थ व्हाट्सएप और RSVS की वेबसाइट www.rsvs.com पर जारी किये जाते रहे हैं। आलोच्य अवधि में RSVS की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की 22 बैठकें, RSVS के बोर्डों की 6 बैठकें और इससे संबंधित दूसरे संगठनों सहित RSVS की अनौपचारिक 10 बैठकें आहूत की गयीं। इस वर्ष में RSVS के निर्णयानुसार कुछ महत्वपूर्ण आयोजन किये गए जिनमें ‘संविधान दिवस समारोह’, RSVS का ‘स्थापना दिवस समारोह’, ‘पुस्तकों का विमोचन’, ‘मेडिकल शिविरों का आयोजन’, ‘डॉ अंबेडकर जयंती समारोह’, ‘महापरिनिर्वाण दिवस समारोह’, ‘RSVS की वार्षिक बैठकें’ और यथावश्यक ‘बहुजन एकता मंच की बैठकें’ इत्यादि उल्लेखनीय हैं ।

(iii) RSVS की वार्षिक बैठक 2018: ‘राष्ट्रीय समग्र विकास संघ’ की वार्षिक बैठक 2018 निर्धारित एजेंडा के अनुसार 23 दिसंबर 2018 को लोधी रोड स्थित आई एस आई के हाल नंबर 207 में आयोजित की गयी। जिसमें जनरल सेक्रेटरी श्री पुरुषोत्तम कुमार द्वारा वार्षिक प्रगति रिपोर्ट दो भागों में (1 जनवरी 2018 से 30 सितबर 2018 तक और दूसरी 1 अक्टूबर 2018 से 31 दिसम्बर तक) प्रस्तुत की गयी। महासचिव द्वारा आगामी वर्ष 2019 में आयोजित होने वाले कार्यक्रमों का ब्यौरा भी प्रस्तुत किया गया जिसका निर्णय 28 अक्टूबर 2018 को RSVS की बैठक में लिया गया था। RSVS के कोषाध्यक्ष श्री राम दयाल द्वारा वर्ष 2018 का लेखा-जोखा भी इस बैठक में प्रस्तुत किया गया। इस अवसर पर कुछ नवागंतुकों से RSVS की सदस्यता के  फार्म भरवा कर सदस्यता सूची में शामिल किया गया। संगठन के आगामी  पांचवें स्थापना दिवस समारोह को 19 जनवरी 2019 को मनाये जाने के सम्बन्ध में विस्तार से चर्चा हुई। इस अवसर पर संगठन के पांच उद्देश्यों में सम्मलित संख्या चार में वर्णित मुद्दा "समग्र रोजगार एवं उचित वेतन प्रणाली"  के तहत सेमिनार का विषय "युवा वेरोजगार एवं असंगठित मजदूरों की समस्या का निदान" की शब्दावली में यथावश्यक आंशिक संशोधन के साथ आयोजन करने की आम सहमति बन गई।  

कोषाध्यक्ष श्री राम दयाल जी ने संगठन को मजबूत बनाने के लिए समय बल, धन बल, जन बल और बुद्धि बल की आवश्यकता बताते हुए इस काम में कार्यकारिणी और बोर्ड के सदस्यों को अधिक से अधिक नए सदस्यों को जोड़ने, नियमित काम के समय में से कुछ समय निकाल कर समाज के काम में लगाने, अपने फालतू खर्चों को कम करके उसका एक अंश संगठन एवं समाज के हित में लगाने पर बल  दिया। सदस्यों से अपना अंशदान देने के साथ ही साथ बकाये को भी RSVS के बैंक खाते में जमा करके वित्तीय स्थिति को सुदृढ़ बनाने का आग्रह किया। जिसका सभी ने समर्थन किया। RSVS के कार्यकारिणी सदस्य डॉ जयकरन ने सभी को अपने ब्लडप्रेशर, शुगर एवं खून की नियमित जाँच करने का सुझाव दिया।

3.  69वां संविधान दिवस समारोह

दिनांक 25 नवम्बर 2018 को यह समारोह ‘राष्ट्रीय समग्र विकास संघ’ द्वारा अपने सहयोगी संगठन ‘आमोद’ के साथ मिलकर कंस्टीटूशन क्लब के डिप्टी स्पीकर हाल में मनाया गया। इस अवसर पर "संविधान एवं संवैधानिक संस्थाओं में बढ़ती घुसपैठ" विषय पर एक सेमिनार भी आयोजित किया गया। समारोह में विषय का अवधारणा पत्र (Concept paper) श्री पी आई जोस एडवोकेट सुप्रीमकोर्ट द्वारा प्रस्तुत किया गया जिसकी हिंदी और अंग्रेजी प्रतियां प्रतिभागियों में वितरित की गयीं। समारोह में मुख्य अतिथि श्री राजेन्द्रपाल गौतम, केबिनेट मंत्री, दिल्ली सरकार के अतिरिक्त श्री ए जे फ़िलिप एवं श्री अनिल चमड़िया सीनियर जर्निलस्ट, प्रो. (डा.) सतीश चन्द्रा, प्रो. (डा.) हेमलता यादव, श्री राजेंद्र कश्यप, संयुक्त सचिव भारत सरकार, RSVS के संस्थापक श्री के सी पिप्पल आईईएस (सेनि), RSVS के संरक्षक श्री चमन लाल आईपीएस (सेनि) एवं समारोह के अध्यक्ष श्री एस एस नेहरा एडवोकेट सुप्रीम कोर्ट आदि ने अपने विचार व्यक्त किये। मुख्य अतिथि द्वारा इस अवसर पर भारतीय संविधान (Bare Act) की सौ प्रतियां तथा काव्यात्मक संविधान की भी 100 प्रतियां भी वितरित की गयीं तदुपरांत RSVS के कार्यकारिणी सदस्य डॉ चिरंजी लाल की पुस्तक "आजाद भारत के मानसिक गुलाम" का भी विमोचन किया गया। कार्यक्रम के लगभग 250 प्रतिभागियों को समारोहपरांत सूक्ष्म जलपान आदि भी उपलब्ध कराया गया। 

4. RSVS का पांचवां स्थापना दिवस समारोह

‘राष्ट्रीय समग्र विकास संघ, का पांचवां स्थापना दिवस समारोह दिनांक 19 जनवरी 2019 को वी.के. कृष्णामेनन भवन (ISIL) के मुख्य सभागार में प्रातः 10.00 बजे से सांय 7.00 बजे तक आयोजित किया गया। समारोह के पहले कई बैठकें कर उसको को भव्य बनाने का पूर्ण प्रयास किया गया। इसके लिए 7 समितियों का गठन किया गया था ताकि कार्यक्रम को सफलतापूर्वक संपन्न कराया जा सके। कार्यक्रम दो सत्रों में आयोजित किया गया। प्रथम सत्र के मुख्य अतिथि श्री संदीप कुमार, विधायक एवं पूर्व मंत्री दिल्ली सरकार थे, अन्य अतिथियों में सर्व श्री डा. रतन लाल, प्रोफ़ेसर दिल्ली विश्वविद्यालय, श्री यशपाल मालिक, एडवोकेट, श्री शम्भू कुमार सिहं, पत्रकार- नेशनल दस्तक, डा. ओ पी मौर्य, पूर्व निदेशक रोजगार एवं प्रशिक्षण विभाग भारत सरकार थे। द्वतीय सत्र के मुख्य अतिथि श्री नरेंद्र कुमार आईएएस तथा सम्मानित अतिथिगण सर्वश्री डॉ. रवि श्रीवास्तव प्रोफ़ेसर JNU, डॉ महिपाल IES, अनिल कुमार चमड़िया वरिष्ठ पत्रकार थे। प्रथम सत्र जहाँ ‘राष्ट्रीय समग्र विकास संघ’ के उद्देश्यों एवं वर्तमान परिवेश की परिस्थियों पर आधारित था, वहीं द्वतीय सत्र RSVS के निर्धारित लक्ष्य बिंदु "समग्र रोजगार एवं उचित वेतन प्रणाली" के तहत सेमिनार के विषय "वेरोजगार युवा एवं असंगठित श्रमिक: समस्या और समाधान" पर केंद्रित था।

कार्यक्रम का शुभारम्भ RSVS के अध्यक्ष श्री हीरालाल ने अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलन से कराया तदुपरांत प्राची तायडे एवं अन्य बालिकाओं के नृत्य-गान से प्रारंभ हुआ और बीच-बीच में मास्टर कनिष्क खोब्रागडे एवं प्राची तायडे एवं अन्य बाल्य कलाकारों द्वारा गीत एवं नृत्य प्रस्तुत किए गए। अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रमों में श्री सुदेश तंवर, श्री रमेश बंगालिया एवं मास्टर रामप्रकाश द्वारा भी अपनी काव्यांजली प्रस्तुत की गयी। दोनों सत्रों में अतिथियों के उद्ववोधन को काफी सराहा गया।

द्वतीय सत्र में परिचर्चा विषय पर वेरोजगारी और मजदूरों की समस्याओं पर गहन एवं सारगर्भित विचार व्यक्त किये गए। अंत में अतिथियों को सॉल एवं स्मृति चिन्ह भेंट कर उनका सम्मान किया गया। कार्यक्रम में डा. जयकरन एवं उनकी टीम के सौजन्य से एक मेडिकल कैम्प का भी आयोजन किया गया जिसमें शुगर, ब्लडप्रेशर इत्यादि की जाँच की गयी। समारोह में सदस्यों एवं आगुन्तकों को चाय एवं सुल्पाहार, लंच एवं सांयकालीन जलपान की समुचित व्यवस्था RSVS की ओर से सुनिश्चित की गयी।

5. संसद मार्ग पर डॉ अंबेडकर जयंती समारोह

बाबासाहब डॉ बी आर अंबेडकर का 128वां जन्म दिवस समारोह 14 अप्रैल 2019 को संसद मार्ग पर धूमधाम से बहुजन एकता मंच के बैनर तले मनाया  गया। जिसमें मुख्य भूमिका ‘राष्ट्रीय  समग्र विकास संघ, एवं ‘आमोद’ की रही। इस अवसर पर एक भव्य पंडाल लगाया गया जो मेले में इस लिए आकर्षण का केंद्र रहा क्योंकि पहली बार RSVS की ओर मेले में चिकित्सा जांच शिविर का आयोजन किया गया था। इसका श्रेय मुख्य रूप से डा जयकरन, डा आर सी व्यास, डा पदम सिंह, डा मेघा खोब्रागडे, डा यदु लाल, डा सी बी सिंह एवं डा राजकुमार के आलावा उनके सभी सहयोगी साथियों को जाता है। इससे मेले में आने वाले पांच सौ से अधिक लोगों की ब्लडप्रेशर और शुगर इत्यादि की सूक्ष्म रक्त जांच की गई, जिसे लोगों ने खूब सराहा।

विगत वर्षों की भांति समारोह में “बहुजन सन्देश खंड तीन” पुस्तक का विमोचन किया गया एवं बहुजन एकता मंच के स्टॉल में आरएसवीएस के प्रकाशनों के साथ बहुजन साहित्य का विक्रय एवं वितरण भी हुआ। आगुन्तकों को लंच की व्यवस्था होटल गोल्डन ट्यूलिप के सौजन्य से RSVS के अध्यक्ष द्वारा कराई गयी।

6. कंस्टीटूशन क्लब में संविधान एवं महापरिनिर्वाण दिवस समारोह

संविधान दिवस प्रत्येक वर्ष  26 नवंबर को आयोजित किया जाता है और सदस्यों की यह अभिलाषा थी कि गत वर्ष की भांति इस वर्ष भी संविधान दिवस समारोह कंस्टीटूशन क्लब में ही मनाया जाय। चूँकि  इस दिन सभी सरकारी एवं गैर सरकारी संसथाएं /संगठन संविधान दिवस मानते हैं। अत्येव कंस्टीटूशन क्लब की उक्त तिथि में अनुपलब्धता को देखते हुए सर्वसम्मति से बाबासाहब के महापरिनिर्वाण दिवस पर 6 दिसंबर 2019 को ही एक साथ संविधान एवं महापरिनिर्वाण दिवस मनाये जाने का निर्णय लिया गया। इस अवसर पर बाबा साहब के सम्पूर्ण वाङ्गमय को ध्यान में रखते हुए "वर्तमान सन्दर्भ में डा अंबेडकर: मजदूर आंदोलन से धार्मिकआन्दोलन तक"  विषय परिचर्चा हेतु चुना गया।

इस वर्ष भी मुख्य अतिथि श्री राजेंद्र पाल गौतम एडवोकेट, कैबिनेट मंत्री, दिल्ली सरकार एवं प्रमुख वक्ता गणों में श्री बलिहारी बाबू, पूर्व सांसद, आरएसवीएस के संस्थापक श्री के सी पिप्पल आईईएस (सेनि.),  अमोद के संयोजक एवं समारोह के सभापति श्री एस एस नेहरा एडवोकेट, श्री धर्म प्रकाश भारतीय राष्ट्रीय अध्यक्ष राष्ट्रीय बौद्ध महासभा, श्री कुर्बान अली, वरिष्ठ पत्रकार, प्रो (डा) संजय कुमार, दिल्ली विश्वविद्यालय, भीम आर्मी दिल्ली के प्रभारी श्री सुजीत कुमार सम्राट एडवोकेट, श्री अरुण कुमार मांझी एडवोकेट को आमंत्रित किया गया। कार्यक्रम का शुभारम्भ बाबासाहब के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पण के बाद आरएसवीएस के उपाध्यक्ष श्री सत्यनारायण के बाबासाहब के स्मृति गीत से किया गया। अतिथियों का स्वागत ‘बोधिवृक्ष’ भेंट करने के उपरांत RSVS के अध्यक्ष श्री हीरा लाल आईएएस (सेनि) एडवोकेट द्वारा उदबोधन से किया गया। परिचर्चा का शुभारम्भ करते हुए समारोह के सहभागी आयोजक आमोद के पूर्व संयोजक श्री पी आई जोस एडवोकेट के द्वारा थीम पेपर पर अपने विचार व्यक्त किये गए जिसकी हिंदी और अंग्रेजी भाषाओ में प्रतियां वितरित की गयीं। 

तदोपरांत मुख्य अतिथि सहित अन्य अतिथि गणों द्वारा संविधान का सम्मान, पालन, गतिरोधों और उसके अस्तित्व पर खतरे की आशंका पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए बाबासाहब के विशेष योगदान की चर्चा की गयी। विशेष रूप से मजदूर आंदोलन से धार्मिक आंदोलन तक उनके योगदान एवं विचारों को रेखांकित करते हुए उनकी प्रासंगिकता को समीचीन बताया गया। कार्यक्रम के उपरांत सभी प्रतिभगियों की संख्या लगभग 150 थी, उनको जल-पान उपलब्ध कराया गया।

7. बहुजन मीडिया को संगठित करने का प्रयास

देश में सामाजिक, आर्थिक, सांस्कृतिक और राजनीतिक उथल-पुथल के दौर में बहुजन मीडिया को संगठित और अनुशाषित होने की अत्यधिक आवश्यकता है। इसी संदर्भ में ‘राष्ट्रीय समग्र विकास संघ’के मिडिया प्रभारी और उपाध्यक्ष श्री ओ पी महायान ने साझा मक़सद कार्यालय, जंगपुरा एक्सटेंशन में 1 जनवरी 2019 को कुछ पत्रकारों, प्रिंट एवं इलैक्ट्रोनिक मीडियाकर्मियों को चर्चा हेतु आमंत्रित किया। चर्चा में श्री ओ पी महायान, मुख्य संपादक साझा मक़सद के साथ ‘राष्ट्रीय समग्र विकास संघ’ के संस्थापक श्री के सी पिप्पल, अमोद के पूर्व सयोजक श्री पी आई जोस एडवोकेट सुप्रीमकोर्ट, एस एम न्यूज के संपादक श्री सुरेंद्र सिंह गौतम, एस एम पी न्यूज़ के संपादक श्री सुभाष कुमार सागर, युवा शक्ति दल के अध्यक्ष श्री रवि कुमार गौतम, बौद्ध धम्म और पाली भाषा के विद्वान श्री सुधीर राज सिंह, साझा मक़सद हिंदी साप्ताहिक के संपादक श्री आर पी दुवे शामिल हुए। इस पहल को साकार करने के लिए दिनांक 9 जनवरी 2019 को प्रेस क्लब आफ इंडिया, दिल्ली में दूसरी मीटिंग आयोजित की गई। इस मीटिंग में पहली मीटिंग में उपस्थित प्रतिनिधियों के आलावा RSVS के अध्यक्ष श्री हीरा लाल आईएएस (सेनि) के साथ वरिष्ठ पत्रकार भी शामिल हुए उनमें श्री अनिल चमड़िया, श्री यूसुफ अली अंसारी, श्री संदीप कुमार, श्री रिज़वान रजा आदि के नाम प्रमुख हैं। तीसरी बड़ी मीटिंग करने के लिए मान्यवर कांशी राम जी के जन्म दिन की तारीख 15 या 16 मार्च 2019 को चुना गया और 16 मार्च को प्रेस क्लब आफ इंडिया का हाल तीसरी बैठक के लिए बुक हो गया जिसके कोर्डिनेटर श्री अनिल चमड़िया बनाये गए। श्री ओ पी महायान के दिल्ली में उपस्थित न होने के कारण उक्त मीटिंग स्थगित करनी पड़ी। यह कार्य अभी भी अधूरा है जिसका प्रयास जारी है।

‘राष्ट्रीय समग्र विकास संघ’ के मिडिया प्रभारी और उपाध्यक्ष श्री ओ पी महायान के द्वारा  साझा मक़सद पत्र में RSVS के कार्य कलापों और विचारधारा को उचित स्थान मिलता है इसके लिए उनकी पूरी तीन धन्यवाद की पात्र है। इलेक्ट्रो मिडिया एस एम न्यूज के संपादक श्री सुरेंद्र सिंह गौतम भी धन्यवाद के पात्र हैं जिनके चैनल ने ‘राष्ट्रीय समग्र विकास संघ’ द्वारा दो कार्यक्रमों को पूरे देश के लगभग डेढ़ लाख दर्शकों तक पहुंचाया है। बहुजन मीडिया के वे सभी सम्मानित पत्रकार, फ़िल्मकार और साहित्यकार इत्यादि बधाई के पात्र है जो समग्र विकास RSVS की विचारधारा को अपनी-अपनी विधाओं के माध्यम से  जन-जन तक पंहुचा रहे हैं।

8. RSVS की कानूनी गतिविधियां

दिनांक 27 जनवरी  2019 को ‘राष्ट्रीय समग्र विकास संघ’की बैठक श्री हीरालाल जी की अध्यक्षता में P-4, प्रथम तल, जंनगपुरा एक्सटेंशन, नई दिल्ली में सम्पन्न हुई। उक्त मीटिंग में RSVS के अध्यक्ष श्री हीरालाल द्वारा उपस्थित सदस्यों का स्वागत किया गया और आकस्मिक बैठक के बुलाये जाने का कारण स्पष्ट करते हुए बताया कि सरकार द्वारा किया गया आर्थिक आधार पर समान्य वर्ग के गरीबों को 10% आरक्षण का ताजा प्रावधान संविधान संमत नहीं है। इससे हमारे संगठन के मुख्य उद्देश्यों में से एक "जनसंख्या के अनुपात में सभी वर्गों को सरकारी नौकरियों में  प्रतिनिधित्व” - "Proportionate representation in government's jobs to all classes" का हनन होता है। संसद द्वारा पारित 103वे संविधानिक संशोधन के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर करने के पक्ष में श्री हीरालाल, श्री ओ पी महायान, श्री सत्यनारायण, श्री पुरुषोत्तम कुमार, श्री रामदयाल, श्री प्रवीन राजपूत, डॉ मेघा खोब्रागड़े, श्री अच्छेलाल, श्री शिवदर्शन कोरी, श्री के सी पिप्पल, श्री के के एल गौतम, श्री पी आई जोस आदि सदस्यों द्वारा गहन विचारविमर्श के बाद सर्वसम्मति से निम्नलिखित निर्णय लिया गया : "It was unanimously resolved that "Rastriya Samagra Vikas Sangh" shall file write petition separately or jointly with similar association or individual having common interest challenging the validity of the Constitution Amendment Act No. 103 of 2019, providing ten percent reservation to the Economically weaker section, through its President". उपरोक्त कानून के स्थगन और पूर्व यथा स्थिति बनाये रखने हेतु इस केस को श्री एस एस नेहरा, एडवोकेट सुप्रीमकोर्ट ने श्री रघु ठाकुर और आरएसवीएस के अध्यक्ष श्री हीरालाल की अपील पर सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर की है जिसकी बहुत बार सुनवाई हो चुकी हैं पूरे मामले की पैरवी और तैयारी श्री नेहरा जी ने जिस तन्मयता से निशुल्क की है उसकी तारीफ करना नाकाफी होगा। उम्मीद है आगे आने वाले समय में समाज इसकी भरपाई अवश्य करेगा। इस समय Case No. W.P.(C) No. 178/2019 - RAGHU THAKUR AND RSVS. Vs. UNION OF INDIA AND ANR. की सुनवाई सुप्रीम कोर्ट में पूरी हो चुकी है और फैसला सुप्रीमकोर्ट की सम्बंधित पीठ के पास सुरक्षित है।

‘राष्ट्रीय समग्र विकास संघ’के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री हीरा लाल जी ने एक एडवोकेट की हैसियत से संतशिरोमणि गुरु रविदास मंदिर के आन्दोलनकारी भीम आर्मी के बंदियों की निशुल्क पैरवी दिल्ली के हाईकोर्ट और लोकल कोर्ट में की। सभी आंदोलनकारियों को रिहा कर दिया गया और सरकार ने बाद में सभी केस बापस ले लिए।

इसके अतिरिक्त सुप्रीमकोर्ट में दायर केस- MA No. 1384/2019 in SLP(C) No. 7500/2019 Guru Ravidas Jayanti Samaroh Samiti (REGD) versus Union of India & ORS. Orded Dated 21 October 2019. उक्त मंदिर परिसर हेतु जमीन अलॉट करने के मामले में भी पैरवी की। मंदिर को जमीन अलॉट कर दी गयी है।

‘राष्ट्रीय समग्र विकास संघ’पहले भी उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा आठ जातियों को अनुसूचित जाति और ओबीसी की लिस्ट से बाहर करने के सम्बन्ध में सुप्रीमकोर्ट में पैरवी कर चुका है, उस मामले में श्री के के एल गौतम एडवोकेट ने इंटरवेंसन ऍप्लिकेशन डाली थी और श्री पी आई जोस एडवोकेट ने निशुल्क पैरवी की थी। परिणामस्वरूप उत्तरप्रदेश की उन 8 जातियों को पूर्व की तरह लिस्ट में स्थान मिल गया था।

9. अन्य सामाजिक संगठनों के साथ सामंजस्य एवं सहयोग

(i)           दिनांक 7 अक्टूवर 2018 को पूर्वी दिल्ली के गणेश नगर की सामाजिक संस्था "डा अम्बेडकर जनकल्याण संगठन" द्वारा "बहुजन समाज के निर्माण में भारतीय संविधान का योगदान" विषय पर परिचर्चा का आयोजन किया गया जिसमें मुख्य कोर्डिनेशन आरएसवीएस के सदस्य मास्टर श्री राम प्रकश ने किया। इस कार्यक्रम में आरएसवीएस के अध्यक्ष श्री हीरा लाल, श्री के सी पिप्पल, श्री पी आई जोस क्रमशः  बतौर मुख्य अतिथि, मुख्य वक्ता और  संविधान विशेषज्ञ आमंत्रित किया गया।

(ii)        दिनांक 3 अगस्त 2019 को श्रमण संस्कृति के प्रचार हेतु अमोद एवं आरएसवीएस द्वारा दिल्ली के आईएसआईएल के कमरा संख्या 105 में "राष्ट्र निर्माण हेतु बहुजन (सम्मा दिट्ठि) सम्यक दृष्टि" विषय पर परिचर्चा हेतु एक गोलमेज सम्मलेन का आयोजन किया गया। इसमें विभिन सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने विस्तार से चर्चा की। सम्यक दृष्टिकोंण को प्रचारित करने के लिए बाबासाहब डॉ बी आर अम्बेडकर की पुस्तक बुद्ध और उनका धम्म की प्रतियों को छपवाकर वितरित करने का निर्णय लिया गया। सभा की अध्यक्षता श्री एस एस नेहरा  ऐडवोकेट ने की मुख्य   वक्ता श्री के सी पिप्पल थे। मुख्य भूमिका में श्री हीरा लाल, श्री पी आई जोस और श्री कमल किशोर कठेरिया आईआरएस (सेनि) थे। इस सभा के द्वारा श्री कठेरिया को अन्य संगठनों को कोर्डिनेट करके सामाजिक आंदोलन को विस्तार देने की  जिम्मेदारी दी जो उन्होंने स्वीकार कर ली।

(iii)      दिनांक 8 सितंबर 2019 को बहुजनों के विभिन्न सामाजिक संगठनों को एकसाथ मिलकर श्रमण संस्कृति के प्रचार का काम करने के लिए उत्तराखंड के ऋषिकेश में बामसेफ में काम कर चुके श्री भारत भूषण आईआरएस (सेनि) द्वारा एक राउंड टेबिल कांफ्रेंस का आयोजन किया गया। उक्त कांफ्रेंस में देश भर के सामाजिक संगठनों के लगभग 250 प्रतिनिधियों ने भाग लिया। ऋषिकेश नगरनिगम के सभागार में आयोजित इस मीटिंग में आरएसवीएस के अध्यक्ष श्री हीरा लाल और संस्थापक श्री के सी पिप्पल उपस्थित हुए और श्रमण संस्कृति के प्रचार पर तार्किक तरीके से अपना पक्ष रखा जिसके बाद लगभग 90 फीसदी लोगों ने समर्थन किया।

(iv)      दिनांक 17 नवंबर 2019 को अहमदाबाद स्थित मणि बेन हॉल, सरदार पटेल स्मारक भवन, भद्रलाल दरबाजा में "डॉ अंबेडकर दलित परिषद" गुजरात प्रदेश द्वारा एक कैडर मीटिंग का आयोजन किया गया जिसमें मुख्य अतिथि के रुप में आरएसवीएस के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री हीरालाल आईएएस (सेनि) एवं मुख्य-वक्ता के रूप में आरएसवीएस के संस्थापक श्री के सी पिप्पल आईईएस (सेनि) ने भाग लिया। सरकारी और निजी क्षेत्रों में अनुसूचित जाति जनजाति और अन्य पिछड़े वर्ग को नौकरियां कैसे मिले? इसके लिए रिजर्वेशन एक्ट बनना जरुरी। उक्त विषय पर चर्चा हेतु इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। इस कार्यक्रम को आयोजित करने में मुख्य भूमिका श्री भानु भाई परमार ने निभाई। परिचर्चा के दौरान मुख्य वक्ता और मुख्य अतिथि ने अपने विचार व्यक्त करते हुए श्रमण संस्कृति पर बल देते हुए समाज को एक सूत्र में पिरोने की बात कही जिसको अधिकतर उपस्थित सदस्यों ने स्वीकार करते हुए प्रदेश में जोर-शोर से प्रचार करने की सहमति प्रदान की।

(v)         दिनांक 28-29 दिसंबर 2019 को राष्ट्रीय बौद्ध महा सभा से सम्बद्ध नवरत्न प्रज्ञापीठ के तत्वावधान में परमपूज्य बाबा गुरु घासीदास जी की 163वीं जयंती एवं उनके ज्ञान प्राप्ति की 199वीं वर्षगांठ पर दो दिवसीय विचार गोष्ठी का आयोजन डा. बाबा साहब आंबेडकर भवन, HSCL कालोनी के पास सेक्टर 6 भिलाई, दुर्ग, छत्तीसगढ़ में उपासक श्रद्धेय विजय बौद्ध ने किया। परिचर्चा के दौरान मुख्य वक्ता आरएसवीएस के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री हीरालाल आईएएस (सेनि) एवं मुख्य आरएसवीएस के संस्थापक श्री के सी पिप्पल आईईएस (सेनि) और मुख्य अतिथि  श्री धर्म प्रकाश भारतीय बौद्ध, पूर्व एमएलसी ने अपने विचार व्यक्त करते हुए श्रमण संस्कृति पर बल दिया। अधिकतर उपस्थित सदस्यों ने अपने वक्तव्यों के माध्यम से स्वीकार किया कि सांस्कृतिक प्रचार के बिना बहुजन समाज को एकसूत्र में बांधा ही नहीं जा सकता। उन्होंने इस विचार के समर्थन में बुद्ध, सम्राट अशोक, महात्मा फुले, बाबासाहब, और कांशीराम के साथ अनेकों संतों और गुरुओं के नाम गिनाये। उन्होंने संकल्प लिया कि अपने प्रदेश में जोर-शोर से श्रमण संस्कृति का प्रचार करेंगे।

(vi)      दिनांक 22 सितम्बर 2019 को “दार्जिलिंग इंडिजिनियस ग्रुप” मुनीरिका, आर के पुरम, नई दिल्ली के तत्वावधान में बाबा साहब आंबेडकर के संविधान पर परिचर्चा के दौरान मुख्य वक्ता आरएसवीएस के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री हीरालाल आईएएस (सेनि) एवं मुख्य आरएसवीएस के संस्थापक श्री के सी पिप्पल आईईएस (सेनि) और मुख्य अतिथि  श्री रघु ठाकुर ने अपने विचार व्यक्त करते हुए  श्रमण संस्कृति पर बल दिया। अधिकतर उपस्थित सदस्यों ने अपने वक्तव्यों के माध्यम से स्वीकार किया कि सांस्कृतिक प्रचार के बिना बहुजन समाज को एकसूत्र में बांधा ही नहीं जा सकता। उन्होंने इस विचार के समर्थन में बुद्ध, फुले, बाबासाहब और कांशीराम के साथ अनेकों संतों और गुरुओं के नाम गिनाये। उन्होंने संकल्प लिया कि अपने प्रदेश में जोर-शोर से श्रमण संस्कृति का प्रचार करेंगे। इस कार्यक्रम के मुख्य सूत्रधार सामजसेवी  पत्रकार श्री रिजवान रजा थे।

(vii)    दिनांक 8 दिसंबर 2019 को विभिन्न बहुजन संगठनों को एक मंच पर लाने के उद्देश्य से दिल्ली के  इंडिया इंटरनेशनल सेंटर में “डेमोक्रेटिक बहुजन एलायंस"(DBA) का गठन किया गया। जिसमें आरएसवीएस के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री हीरालाल आईएएस (सेनि) एवं  पूर्व कोषाध्यक्ष श्रीअच्छे लाल इस मीटिंग में उपस्थित हुए। भविष्य की रणनीति बनाने के लिए एलायंस की प्रेसीडियम का सदस्य बनने पर सहमति दर्ज की। इसी क्रम में 21 दिसंबर 2019 को दूसरी बैठक दिल्ली के दीनदयाल उपाध्याय मार्ग स्थित गांधी शांति प्रतिष्ठान में सांय 5 बजे आयोजित की गयी जिसमें RSVS के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री हीरालाल आईएएस (सेनि) एवं RSVS के संस्थापक श्री के सी पिप्पल आईईएस (सेनि) तथा श्री पी आई जोस एडवोकेट ने श्रमण और श्रमिकों को केंद्र में रख कर कार्यक्रम को आगे बढ़ाने की सलाह दी। श्री कठेरिया को एससी /एसटी /ओबीसी और धार्मिक अल्पसंख्यक समुदायों से सम्बंधित सामाजिक और सांस्कृतिक संगठनों के परिसंघ ‘डेमोक्रेटिक बहुजन एलायंस’ (DBA) का मुख्य संयोजक नियुक्त किये जाने का प्रस्ताव किया जो ध्वनिमत से पारित हो गया। इसी क्रम में तीसरी बैठक गाजियाबाद के कौशाम्बी में दिनांक 7 जनवरी 2020 को हुई जिसमें RSVS के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री हीरालाल आईएएस (सेनि) एवं आरएसवीएस के संस्थापक श्री के सी पिप्पल आईईएस (सेनि) उपस्थित रहे। मीटिंग में  श्री बालक राम प्रधान ‘बौद्ध’ को DBA का सह संयोजक नियुक्त किया गया साथ ही दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र की जिम्मेदारी उनको दी गयी।

(viii) इन सबके अतिरिक्त RSVS के अध्यक्ष श्री हीरा लाल, एडवोकेट की हैसियत से भीम आर्मी द्वारा चलाये गए संतशिरोमणि गुरु रविदास के तुगलकाबाद मंदिर आंदोलन में बंद आन्दोनकारियों को बंदी बनाये जाने के खिआफ़ दिल्ली के कोर्ट में बंदियों की पैरवी हेतु निरंतर वकालत करते रहे हैं। बहुजन आन्दोलन को सशक्त बनाने हेतु “भीम-आर्मी” के प्रमुख शीर्ष नेताओं एवं समझदार कार्यकर्ताओं के साथ सहारनपुर, गाजियाबाद और दिल्ली में RSVS के साथ कई बार्तायें हो चुकी हैं। ‘राष्ट्रीय समग्र विकास संघ’ के कुछ जिम्मेदार पदाधिकारी और सदस्य अन्य सामाजिक संगठनों के साथ मिलकर सामाजिक भाईचारा और आपसी समझ पैदा करने का काम कर रहे हैं। वे निरंतर संपर्क बनाकर सराहनीय कार्य कर रहे हैं। इस भावना को और मजबूत करने की जरुरत है।

10. संकल्प

बहुजन एकता के मिशन में RSVS ने अब तक अच्छी सफलता हासिल की है जो आने वाले समय में बहुजन समाज के लिए हितकारी सिद्ध होगी। हम धैर्यवान और आशावान हैं, राष्ट्र और समाज का समग्र विकास हमारा लक्ष्य है, जिसे हम पाकर ही रहेंगे।

सधन्यवाद,

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