राष्ट्रीय समग्र विकास संघ (रज़ि.)
जनरल बॉडी मीटिग में प्रस्तुत 2022-24 की द्विवार्षिक रिपोर्ट
स्थान: गांधी पीस फाउंडेशन हॉल
दिनांकः 11-01-2025
आदरणीय पदाधिकारीगण, सदस्यगण और सम्मानित महानुभावों,
सर्वप्रथम, मैं राष्ट्रीय समग्र विकास संघ की ओर से यहां उपस्थित सभी सम्मानित साथियों का तहे दिल से स्वागत एवं अभिनंदन करता हूँ। आर.एस.वी.एस. आपके स्नेह, सहयोग और समर्थन के प्रति अपनी गहरी कृतज्ञता व्यक्त करता है। इस अवसर पर, मुझे अपनी संस्था की गतिविधियों, कार्य योजनाओं, उपलब्धियों और वार्षिक लेखा-जोखा प्रस्तुत करने की अनुमति चाहता हूँ। आपकी उपस्थिति हमारे लिए अत्यंत प्रेरणादायक और मार्गदर्शन का स्रोत है।
आप सभी को यह मालूम है, कि 19 जनवरी 2014 को अनुसूचित जाति, जनजाति, पिछड़े वर्ग और अल्पसंख्यक समुदायों के सेवारत और अवकाश प्राप्त कर्मचारियों, अधिकारियों, अधिवक्ताओं, साहित्यकारों, शिक्षकों, पत्रकारों, चिकित्सकों, इंजीनियरों, सामाजिक-आर्थिक चिंतकों, शोधकर्ताओं और विभिन्न अन्य क्षेत्रों के बुद्धिजीवियों ने संविधान के दायरे में रहकर राष्ट्र और समाज के समग्र विकास में अपना योगदान देने के उद्देश्य से 'आर.एस.वी.एस.' की स्थापना की गई हैं।
राष्ट्रीय समग्र विकास संघ की नींव भारतीय आर्थिक सेवा के सेवानिवृत्त अधिकारी श्री के.सी. पिप्पल और भारतीय पुलिस सेवा के सेवानिवृत्त अधिकारी श्री चमन लाल जी ने, अन्य समर्पित साथियों के सहयोग से रखी। यह आर.एस.वी.एस. सामूहिक नेतृत्व, आंतरिक लोकतंत्र, लोक कल्याण और 'एक व्यक्ति-एक मूल्य' जैसे समानता के सिद्धांतों को अपनाते हुए, संवैधानिक उद्देश्यों की प्राप्ति के लिए निरंतर प्रयासरत है। आर.एस.वी.एस. ने गैर-राजनीतिक, गैर-धार्मिक और गैर-आंदोलनात्मक दृष्टिकोण अपनाकर अपने पांच सूत्रीय मुद्दों पर आधारित शोध कार्यों के माध्यम से विकास की दिशा में सशक्त कदम उठाए हैं।
राष्ट्रीय समग्र विकास संघ का रजिस्ट्रेशन 20 अगस्त 2018 को दिल्ली में हुआ, और इसका पैन कार्ड भी दिल्ली का है। इसका रजिस्टर्ड कार्यालय कोटला मुबारकपुर, दिल्ली में स्थित है, जिसके प्रभारी पूर्व अध्यक्ष श्री सोहन लाल जी हैं। संगठन का बैंक खाता आई.डी.बी.आई. बैंक शाखा सिविलाइन में स्थित है, जिसे संघ के तीन प्रमुख पदाधिकारी - अध्यक्ष, महासचिव और कोषाध्यक्ष, इस खाते को संयुक्त रूप से संचालित करते हैं। वर्तमान में संघ के संरक्षक मान्यवर हीरा लाल एडवोकेट, आई.ए.एस. (सेवानिवृत्त) हैं। संघ की एक आधिकारिक वेबसाइट (https://rsvsindia.com/pi/ index.php) है, जहां पर संघ की पूरी वैचारिकी और उद्देश्यों की जानकारी उपलब्ध है। संघ के मीडिया प्रभारी मान्यवर ओ. पी. महायान जी का 'साझा मकसद' अखबार और श्री सुरेन्द्र कुमार सिंह का 'एस.एम. न्यूज' यूट्यूब चैनल आर.एस.वी.एस. के मीडिया सहयोगी के रूप में कार्य कर रहे हैं। आर.एस.वी.एस. की विचारधारा पर आधिकारिक रिपोर्टिंग 'साझा मकसद' पेपर के विभिन्न अंकों में डिजिटल रूप से प्रकाशित की जाती है। आर.एस.वी.एस. के कानूनी मामलों का प्रभार श्री पी. आई. जोस, श्री एस. एस. नेहरा, श्री हीरा लाल जी और श्री के. के. एल. गौतम द्वारा संभाला जाता है।
राष्ट्रीय समग्र विकास संग के पांच प्रमुख मुद्दें है।
1. आरक्षण की समग्र सामाजिक प्रतिनिधित्व प्रणाली
2. भ्रष्टाचार मुक्त समग्र चुनाव प्रणाली
3. समान स्तरीय एकरूप शिक्षा प्रणाली
4. समग्र रोजगार एवं उपयुक्त वेतन प्रणाली
5. मुफ्त एवं समग्र स्वास्थ्य सेवा प्रणाली
साथियों, यह बताना अत्यंत आवश्यक है कि आर.एस.वी.एस. के पांच प्रमुख मुद्दों पर पूरे देश में चिंतन, मनन, मंथन, संघर्ष और परिवर्तन की प्रक्रिया निरंतर परिलक्षित हो रही है।
13 जनवरी 2023 को मुफ्त एवं समग्र स्वास्थ्य सेवा प्रणाली विषय पर हाथरस जिले में आर.एस.वी.एस. के बैनर तले लगभग 50 कंबल वितरित किए गए, जिससे गरीब और जरूरतमंदों को सर्दी से राहत मिली। इसके अतिरिक्त, बाबा साहब डॉ. बी.आर. अंबेडकर का 132वां जन्म-दिवस समारोह 14 अप्रैल 2023 को संसद मार्ग पर धूमधाम से बहुजन एकता मंच के बैनर तले मनाया गया। इस कार्यक्रम में मुख्य भूमिका 'राष्ट्रीय समग्र विकास संघ' और 'आमोद' संस्था की रही। इस अवसर पर एक भव्य पंडाल भी लगाया गया, जो मेले का आकर्षण का केंद्र बना। आर.एस.वी.एस. की ओर से इस बार भी चिकित्सा जांच शिविर का आयोजन किया गया, जिसे डॉ. आर.सी. व्यास, डॉ. जयकरण, डॉ. पदम सिंह, डॉ. मेघा खोब्रागडे और उनके सभी सहयोगी साथियों की मेहनत और समर्पण के कारण सफलता मिली। इस शिविर में मेले में आने वाले लगभग चार सौ लोगों की ब्लड प्रेशर, शुगर आदि की जांच की गई, जिसे लोगों ने बहुत सराहा। साथ ही, बहुजन एकता मंच के स्टॉल से आर.एस.वी.एस. के प्रकाशनों के साथ बहुजन साहित्य का विक्रय और वितरण भी किया गया। और इस कार्यक्रम में आगंतुकों के लिए लंच की व्यवस्था संघ के संरक्षक श्री हीरा लाल जी द्वारा कराई गई।
5 मई 2023 को बुद्ध पूर्णिमा के दिन, मुफ्त एवं समग्र स्वास्थ्य सेवा प्रणाली के अंतर्गत एक महत्वपूर्ण मेडिकल कैम्प हाथरस जिले में आर.एस.वी.एस. के बैनर तले आयोजित किया गया। इस कैम्प में लगभग 500 स्थानीय लोगों का बी.पी., शुगर और हीमोग्लोबिन का परीक्षण किया गया। इस कैम्प का संचालन डॉ. आर.सी. व्यास और उनकी टीम द्वारा किया गया, जिन्होंने कैम्प की सफलता में अहम योगदान दिया।
6 मई 2023 को छत्रपति शाहूजी महाराज की 101वीं पुण्यतिथि पर, श्री के.सी. पिप्पल द्वारा एक लेख लिखा गया, जो आर.एस.वी.एस. की वेबसाइट पर उपलब्ध है।
16 मार्च 2024 को राष्ट्रीय समग्र विकास संघ का 10वां स्थापना दिवस और मान्यवर कांशीराम साहब की जयंती धूमधाम से मनाई गई। इस अवसर पर, एक विचार गोष्ठी आयोजित की गई, जिसमें लगभग 20 वक्ताओं ने मान्यवर कांशीराम साहब के संघर्षों और उनके योगदान पर अपने विचार व्यक्त किए। बैठक का संचालन मान्यवर मास्टर रामप्रकाश और डॉ. सिया राम जी ने किया। कांशीराम साहब की जयंती के इस विशेष अवसर पर श्री टी. आर. खूंटे, श्री आर.आर. वर्मा, श्री एस.एस. नेहरा, श्री सुजीत स्मार्ट, श्री ओ.पी. गौतम, एडवोकेट के.के.एल. गौतम, पी.एल. जोस, श्री के.सी. पिप्पल, डॉ. आर.सी. व्यास, कर्नल आर.एल. राम, डॉ. सिया राम, राम दयाल, शिवचरण दास, पी.डी. बिंदोरिया, अच्छेलाल, और नवल सिंह ने अपने ओजस्वी और सारगर्भित विचार प्रस्तुत किए। इसके अतिरिक्त, बाबा साहब डॉ. बी. आर. अंबेडकर का 133वां जन्म दिवस समारोह 14 अप्रैल 2024 को संसद मार्ग पर धूमधाम से बहुजन एकता मंच के बैनर तले मनाया गया। जिसमें मुख्य भूमिका ‘राष्ट्रीय समग्र विकास संघ, एवं ‘आमोद’ की रही। इस अवसर पर एक भव्य पंडाल लगाया गया। पहले की तरह इस बार भी RSVS की तरफ़ से चिकित्सा जांच शिविर का आयोजन किया गया था। इसका श्रेय मुख्य रूप से डा. आर. सी. व्यास, डा. जयकरन, डा. पदम सिंह, डा. मेघा खोब्रागडे, के आलावा उनके सभी सहयोगी साथियों को जाता है। इससे मेले में आने वाले चार सौ से अधिक लोगों की ब्लडप्रेशर और शुगर इत्यादि की जांच की गई, जिसे लोगों ने खूब सराहा। विगत वर्षों की भांति समारोह में बहुजन एकता मंच के स्टॉल में आर.एस.वी.एस. के प्रकाशनों के साथ बहुजन साहित्य का विक्रय एवं वितरण भी हुआ। आगुन्तकों को लंच की व्यवस्था आर.एस. वी.एस. के अध्यक्ष डॉ. आर. सी. व्यास जी द्वारा कराया गया।
9 जुलाई 2024 को, नोएडा सेक्टर-11 स्थित बौद्ध विहार को बचाने के प्रयासों में सिद्धार्थ सोशल एंड कल्चरल एसोसिएशन (SCAN) को संगठनात्मक और वित्तीय सहायता प्रदान करने के बारे में चर्चा की गई। इस निर्णय के तहत, सिद्धार्थ एसोसिएशन को 1 लाख रुपये की सहयोग राशि आर.एस.वी.एस. के सदस्यों के द्वारा धनराशि एकत्रित की गई, जिसको अच्छेलाल के माध्यम से दिलवाया गया।
जैसा की आप लोग जानते हैं, कि 1 अगस्त 2024 को भारत के सर्वोच्च न्यायालय ने पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय के पुनर्विचार निर्णय में एक ऐतिहासिक फ़ैसला सुनाया, जिसके तहत राज्यों को आरक्षण के प्रयोजन हेतु अनुसूचित जाति (SC) और अनुसूचित जनजाति (ST) जैसे आरक्षित श्रेणी समूहों को उप-वर्गीकृत करने का अधिकार प्रदान किया गया। इस निर्णय पर 9 अगस्त 2024 को हमारे संघ के संरक्षक श्री हीरालाल जी और श्री के. सी. पिप्पल ने अपनी राय दी। उनका तर्क था कि उप-वर्गीकरण से राष्ट्रपति सूची में दर्ज अनुसूचित जातियों और अनुसूचित जनजातियों की समान स्थिति प्रभावित हो सकती है। इसके साथ ही, उन्होंने यह चिंता व्यक्त की कि उप-वर्गीकरण से और अधिक सामाजिक विभाजन हो सकता है और अनुसूचित जाति समुदाय के भीतर असमानताएँ बढ़ सकती हैं।
जैसा कि सभी जानते हैं, बाबा साहेब डॉ. बी.आर. अंबेडकर की प्रतिमा, जो मूल रूप से पुराने संसद परिसर में स्थित थी, उनकी प्रतिमा को नई दिल्ली में एक नए स्थान पर स्थानांतरित कर दिया गया है। वर्तमान सरकार के इस निर्णय से समाज में व्यापक आक्रोश है। इस प्रतिक्रिया में, विभिन्न सामाजिक संगठनों (अंबेडकरवादियों) द्वारा 9 अगस्त, 2024 को सुबह 10 बजे से जंतर-मंतर, नई दिल्ली पर विरोध प्रदर्शन का आह्वान किया गया। इस प्रदर्शन सभी मांग कर रहे थे, कि प्रतिमा को उसके मूल स्थान पर स्थानांतरित किया जाए। इस संबंध में हमारी संस्था ने निर्णय लिया कि इस विरोध प्रदर्शन में भाग लेना आवश्यक है। इसके तहत, हमारी संस्था के कई सदस्यों ने उत्साहपूर्वक इस विरोध प्रदर्शन में सक्रिय रूप से हिस्सा लिया।
18 मार्च 2023 के बाद आर.एस.वी.एस. द्वारा विभिन्न महत्वपूर्ण सभायें और कार्यक्रम आयोजित किए गए, जिनका विस्तृत विवरण संघ की आधिकारिक वेबसाइट पर उपलब्ध है। कार्यकारिणी गठन के बाद पहली बैठक 23 मार्च 2023 को हुई। इसके बाद क्रमशः 14 अप्रैल 2023, 04 जून 2023, 06 अगस्त 2023, 24 फरवरी 2024, 16 मार्च 2024, 06 अप्रैल 2024, 14 अप्रैल 2024, 09 नवंबर 2024, 01 दिसंबर 2024 और 25 दिसंबर 2024 को, कुल 11 बैठकें संपन्न हुईं। इस अवधि के दौरान, पूर्व कोषाध्यक्ष श्री राम दयाल जी के माध्यम से ₹79,724/- की धनराशि प्राप्त हुई। इसके अतिरिक्त, ₹69,580/- कूपन से और ₹23,010/- चेक के माध्यम से एकत्रित किए गए। इन तीनों स्रोतों से कुल ₹1,72,314/- की धनराशि प्राप्त हुई। लगभग इतनी ही धनराशि आर.एस.वी.एस. द्वारा विभिन्न आवश्यकताओं और कार्यों की पूर्ति के लिए व्यय की गई।
अंत में, हम सभी माननीय सदस्यों का उनके अमूल्य समर्थन और सहयोग के लिए दिल से धन्यवाद करते हैं। हमें पूरा भरोसा है कि आप आने वाले सत्र 2025-26 में भी हमारी नई समिति को इसी तरह प्रोत्साहन और सहयोग देते रहेंगे।
धन्यवाद,
डॉ. सिया राम,
महासचिव द्वारा प्रस्तुत रिपोर्ट